
कलकत्ता
भारत ने आतंकी देश पाकिस्तान के खिलाफ मिसाइल स्ट्राइक के बाद अब पॉलिटिकल डिप्लोमेटिक स्ट्राइक का ऐलान कर दिया है. सरकार की ओर से पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए अलग-अलग देशों में संसदीय दल भेजने का ऐलान किया है. इस संसदीय दल में पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर यूसुफ पठान का भी नाम था.
यूसुफ पठान ने भारत सरकार को यह जानकारी दे दी है कि वह इस दौरे के लिए उपलब्ध नहीं होंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक युसूफ पठान पाकिस्तान की पोल खोलने विदेश दौरे पर जा रहे सांसदों के दल में शामिल नहीं होंगे. सूत्रों का कहना है कि भारत सरकार ने सांसद युसूफ पठान से सीधे संपर्क किया था.
सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में यूसुफ पठान का नाम शामिल करने से पहले टीएमसी के साथ कोई सलाह-मशविरा नहीं किया गया था. भारत सरकार ने सीधे युसूफ पठान से संपर्क किया था और अब पठान ने भारत सरकार को यह जानकारी दे दी है कि वह डेलिगेशन के साथ विदेश जाने के लिए उपलब्ध नहीं होंगे.
इधर, टीएमसी ने विदेश नीति को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. यूसुफ पठान के विदेश जाने वाले सांसदों के डेलिगेशन से नाम वापस लेने के बाद टीएमसी ने कहा है कि विदेश नीति भारत सरकार का विषय है. इसकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार को लेनी चाहिए. गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पंजाब प्रांत स्थित नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था.
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