
नई दिल्ली,
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि आपातकाल कांग्रेस का पाप है और उसे इसके लिए उसे क्षमा याचना करनी चाहिए। चौहान ने आज यहां आपातकाल की 50 वीं वर्षगांठ पर कहा कि एक व्यक्ति की सनक ने तय कर दिया कि पूरे देश में नसबंदी करो और उसके लिए लक्ष्य तक तय कर दिए गए। जिन लोगों ने लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ आवाज उठाई और संविधान की रक्षा की, उन्हें जेलों में डाल दिया गया। उन्होंने कहा,“ कांग्रेस को तो इस पाप, अत्याचार, अन्याय के लिए माफी मांगनी ही चाहिए।”
उन्होंने आपातकाल के दिनाें को याद करते हुए कहा,“मुझे 17 साल की उम्र में गिरफ्तार करके डंडों से पीटा, हाथों में हथकड़ियां लगाई और जेल भेज दिया। मैंने जेल जाते वक्त पूरे रास्ते में नारे लगाए कि जुल्म के आगे नहीं झुकेंगे, जुल्म किया तो और लड़ेंगे। जब मैं जेल में गया तो, ये सुनकर मेरी दादी मां बीमार हो गई और बाद में उनकी मृत्यु हो गई, लेकिन पुलिस ने मुझे अंतिम दर्शन के लिए भी नहीं जाने दिया।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे कई नेता थे जिन्हें अपने परिवार के सदस्यों की मृत्यु पर अंतिम दर्शन में शामिल नहीं होने दिया गया। इसलिए, जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज उठाई, उन्हें निश्चित रूप से 'लोकतंत्र सेनानी' कहा जाना चाहिए।
श्री चौहान ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ आवाज उठाने वालों, लोकतंत्र की बहाली के लिए आंदोलन करने वालों और संविधान की रक्षा करने वालों को जेल भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि यह आजादी के लिए तीसरा आंदोलन था।
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