नौतपा जैसी तपिश, इन शहरों में पारा 45 पार, मानसून अब भी अटका

भोपाल

मध्यप्रदेश में 44 दिन बाद आंधी-बारिश का दौर थम गया है, इसके साथ ही प्रदेश में नौतपा जैसी गर्मी है. राजधानी भोपाल, ग्वालियर समेत कई शहरों में गर्मी अपने तीखे तेवर दिखा रही है. सोमवार को प्रदेश के 7 शहरों में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच गया, जो मई-जून में पहली बार है. इससे पहले अप्रैल के महीने में इतनी गर्मी थी. वहीं 24 शहरों में तापमान 40 डिग्री के पार रहा. भोपाल, ग्वालियर समेत कई शहरों में सूरज के तेवर तीखे हैं। सोमवार को 7 शहरों में पारा 45 डिग्री के पार रहा। मई-जून में पहली बार इतना पारा पहुंचा। इससे पहले अप्रैल में ही इतनी गर्मी रही थी।

मंगलवार को भी पूरे प्रदेश में गर्मी का असर बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, कहीं भी आंधी-बारिश का अलर्ट नहीं है। ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना में हीट वेव यानी, लू चल सकती है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में दिन का तापमान 42 से 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

प्रदेश में सबसे गर्म छतरपुर का खजुराहो मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को छतरपुर का खजुराहो शहर सबसे गर्म रहा। यहां पारा 45.8 डिग्री तक पहुंच गया। टीकमगढ़ में 45.4 डिग्री, ग्वालियर, नर्मदापुरम-सागर में 45.2 डिग्री, नौगांव और गुना में तापमान 45 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में सबसे ज्यादा 43.4 डिग्री, जबलपुर में 42.6 डिग्री, उज्जैन में 42 डिग्री और इंदौर में 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

वहीं, दमोह, शिवपुरी, सतना, शाजापुर, रीवा, सीधी, उमरिया, मलाजखंड, रतलाम, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और रायसेन में तापमान 40.2 से 43.5 डिग्री सेल्सियस तक रहा। इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान सबसे कम 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

44वें दिन थमा आंधी-बारिश का दौर इस बार भीषण गर्मी में भी आंधी-बारिश वाला मौसम रहा। प्रदेश में 26 अप्रैल से आंधी-बारिश का दौर शुरू हो गया था, जो 7 जून को भी जारी रहा। यानी, लगातार 43 दिन से प्रदेश के किसी न किसी जिले में पानी गिरा या आंधी चली। 44वें दिन रविवार को आंधी-बारिश का दौर थमा रहा। हालांकि, सोमवार को बालाघाट, मंदसौर और डिंडौरी में मौसम बदला रहा।

अगले 2 दिन लू का अलर्ट मौसम विभाग ने अगले 2 दिन तक ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के जिलों में लू का अलर्ट जारी किया है। 12 जून से फिर से बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। हालांकि, जिन जिलों में बारिश नहीं होगी, वहां गर्मी का असर बना रहेगा।

मानसून एक जगह ठहरा, दो-तीन एंट्री की संभावना कम पिछले 12 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा है। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री लेट हो रही है। अगले 2 से 3 दिन तक मानसून के आगे बढ़ने की संभावना कम ही है। यानी, मानसून 15 जून तक प्रदेश में प्रवेश कर सकता है।

 आज के मौसम का मिजाज

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मंगलवार को भी राहत की कोई उम्मीद नहीं है। प्रदेशभर में तेज गर्मी बनी रहेगी और फिलहाल किसी भी स्थान पर बारिश या आंधी की संभावना नहीं है। उत्तर-मध्य क्षेत्र के जिलों – ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना में लू चलने की आशंका जताई गई है। इन क्षेत्रों में दोपहर के समय घर से बाहर निकलना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

राजधानी और प्रमुख शहरों में सूरज के तीखे तेवर

राजधानी भोपाल में सोमवार को अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस सीजन का उच्चतम स्तर रहा। अन्य बड़े शहरों की बात करें तो जबलपुर में 42.6 डिग्री, उज्जैन में 42 डिग्री, और इंदौर में 39.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। हालांकि इंदौर का तापमान तुलनात्मक रूप से थोड़ा कम रहा, फिर भी वहां की उमस और गर्म हवाओं ने आम जनजीवन को परेशान किया।

अगले 3 दिनों का मौसम पूर्वानुमान

मध्यप्रदेश में आगामी चार दिनों के दौरान मौसम का मिजाज काफी बदलता हुआ नजर आएगा। कहीं भीषण गर्मी और लू का प्रकोप रहेगा, तो कहीं बादल गरजेंगे और बारिश राहत देगी। आइए दिनवार विस्तार से जानते हैं मौसम का हाल।

    11 जून को एक तरफ ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना में फिर से लू की स्थिति बनी रहेगी, वहीं दूसरी ओर पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी मध्यप्रदेश में मौसम करवट लेगा। रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, जबलपुर, दमोह, सागर, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
    12 जून को मौसम और अधिक सक्रिय रहेगा। इस दिन जबलपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, नर्मदापुरम, हरदा, रायसेन, पन्ना, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज और सीधी जिलों में गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में बारिश के साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे सतर्क रहने की आवश्यकता है।

    13 जून को मौसम राज्यभर में व्यापक रूप से प्रभावित रहेगा। इस दिन भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट और सिवनी में आंधी, बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया गया है। इस दिन प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मौसम पूरी तरह से बदलेगा और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।

नौतपा के बाद तप रहा शहर, तापमान 40 डिग्री पार

 जिला इस समय झुलसा देने वाली गर्मी की चपेट में है। हालांकि दो जून रविवार को नौतपा विदा ले चुका है। इसके बावजूद गर्मी अपना कहर बरपा रही है। इसके के चलते पारा छलांग लगाते हुए 40 डिग्री पर जा पहुंचा है। मौसम विभाग की मानें तो तापमान आगे और बढऩे की संभावना है। इसलिए अभी गर्मी से राहत नहीं मिल सकती है। इससे पहले रविवार को सुबह से ही सूर्य देवता के तेवर तीखे दिखाई दिए। दिन बढऩे के साथ ही भीषण गर्मी शुरु हो गई। आसमान मानों आग उगल रहा हो। एक पल भी धूप बर्दास्त नहीं हो रही थी। तेज धूप की वजह से दिन में सडक़ों पर सन्नाटा छाया रहा। नौतपा के बाद बढ़े हुए तापमान ने शहरवासियों को परेशान कर दिया है। नौतपा के दौरान तापमान में कमी होने लगी थी, पारा 35 डिग्री तक पहुंच गया था। भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिल रही थी, लेकिन इसके बाद पारा लगातार बढ़ रहा है।

 33 डिग्री से नीचे आ गया था तापमान
25 मई से 2 जून तक चले नौतपा में तापमान 40 डिग्री से लुढकक़र 33 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया था। तेज हवाओं के साथ बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया था। नौतपा समाप्त होने के बाद भी राहत थी, लेकिन अब धीरे-धीरे तापमान बढऩे लगा है। सुबह से ही गरम हवाएं की लपटें चलने लग रही हैं। तापमान पिछले तीन-चार दिनों में सबसे ज्यादा ऊंचाई पर पहुंच गया है। दिन के साथ रात का भी तापमान बढ़ रहा है।
चौक-चौराहों में बचने न शेड न ही पेड़
चिलचिलाती तेज धुप से बचने के लिए चौक-चौराहों पर शेड का अभाव है। इस कारण राहगीरों, मजदूरों को पेड़ ल मिलने से दुकानों के आगे शेड के नीचे शरण लेकर समय बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
बीते कुछ दिनों का तापमान

तिथि अधिकतम न्यूनतम
25 मई 32.0 24.04
26 मई 34.02 25.04
27 मई 34.08 25.04
28 मई 34.06 24.06
29 मई 36.00 24.00
30 मई 34.02 24.02
31 मई 34.06 24.02
01 जून 34.04 24.00
02 जून 35.02 23.00
03 जून 34.00 22.04
04 जून 33.00 22.02
05 जून 36.00 23.02
06 जून 38.02 22.02
07 जून 37.02 23.00
08 जून 40.02 27.02

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