भोपाल
मध्यप्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में आगामी 1 से 15 जून तक 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया है. यह अवकाश केन्द्रों में नियमित रूप से आने वाले 3 से 6 आयु वर्ग के बच्चों एवं अन्य हितग्राहियों के लिए होगा. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की उपस्थिति इस अवधि में अनिवार्य रहेगी.
महिला बाल विकास विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, यह अवधि आंगनबाड़ी केंद्रों के रख-रखाव, दस्तावेज साधारण, वार्षिक सर्वेक्षण, पोषण संबंधित गतिविधियों के लिए निर्धारित की गई है. इस दौरान केंद्रों में बच्चों के लिए नाश्ता एवं गर्म पका भोजन के स्थान पर रेडी टू ईट (RTE) भोज्य पदार्थ महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा वितरित किया जाएगा.
अवकाश अवधि में आंगनवाड़ी होंगी व्यवस्थित
केन्द्रों की साफ-सफाई और मरम्मत: भवन की सफाई, खेल सामग्री की व्यवस्था, रसोई व शौचालय की मरम्मत तथा पेयजल की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।इसके अतिरिक्त रिकॉर्ड संधारण का कार्य किया जाएगा ।सम्पूर्ण उपकरणों एवं फर्नीचर का स्टॉक पंजीकरण, टेक होम राशन वितरण का विवरण, संपर्क एप्लिकेशन में डाटा अपलोडिंग की जायेगी।इस अवधि में वार्षिक सर्वेक्षण (AASR) भी किया जाएगा. एक से 10 जून तक परिवार सर्वेक्षण एवं हितग्राही पहचान की जाएगी, जबकि 10 से 15 जून के मध्य अधिकारियों द्वारा समीक्षा की जाएगी.
पोषण वाटिका की तैयारी: बाउंड्री वॉल युक्त केन्द्रों और कुपोषित बच्चों के घरों में पोषण वाटिका हेतु क्यारियां तैयार की जाएंगी. बीज व पौधों की व्यवस्था हेतु पंचायत से समन्वय किया जाएगा. स्वास्थ्य और पोषण परामर्श: टीकाकरण, C-MAM कार्यक्रम की निगरानी, पोषण परामर्श और गृह भेंट के माध्यम से कुपोषित बच्चों एवं महिलाओं तक सेवाएं पहुंचाई जाएंगी.
16 जून से शुरू होगा नया सत्र
बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षकों इस अवधि में दूरस्थ व सहयोग की आवश्यकता वाले केंद्रों पर विशेष ध्यान देते हुए निरंतर निगरानी करेंगे. 16 जून 2025 को पुनः केंद्रों में बच्चों एवं महिलाओं के स्वागत के साथ नियमित गतिविधियां प्रारंभ होंगी.

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