
बर्मिंघम
तेंदुलकर-एंडरसन सीरीज 2025 का दूसरा टेस्ट बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला जा रहा है. इस मुकाबले में टॉस इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने जीता और भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया था. भारतीय टीम ने प्लेइंग इलेवन में तीन बदलाव किए थे. नीतीश कुमार रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर और आकाश दीप को टीम में शामिल किया गया हैं. बुमराह को टीम में नहीं नहीं रखा गया. वहीं लीड्स टेस्ट में खेले साई सुदर्शन, शार्दुल ठाकुर भी प्लेइंग इलेवन में नहीं हैं.
इस मकाबले के पहले दिन भारत ने 5 विकेट गंवा दिए हैं और 310 रन बना लिए हैं. कप्तान शुभमन गिल शतक बनाकर खेल रहे हैं. उन्होंने पहले दिन का खेल खत्म होने तक गिल ने नाबाद 114 रन बनाए हैं, वहीं जडेजा नाबाद 41 रन बनाकर खेल रहे हैं.
एजबेस्टन के मैदान पर भारत ने अब तक 8 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 7 में उसे हार मिली है और एक मुकाबला ड्रॉ रहा है. एजबेस्टन में पहले गेंदबाजी करने वाली टीम फायदे में रहती है.
यहां पिछले चार टेस्ट मैचों में भी दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम ही जीती है. इसमें 2022 में इंग्लैंड द्वारा भारत के खिलाफ किया गया अपना सबसे बड़ा सफल रनचेज भी शामिल है.
लेकिन पिछले कुछ सालों में एजबेस्टन में स्पिनर्स को खास मदद नहीं मिली है. 2020 के बाद से इंग्लैंड के सात टेस्ट वेन्यू में स्पिनर्स के लिए ये तीसरा सबसे खराब मैदान रहा है. यहां तेज गेंदबाजों को औसतन 30 रन पर विकेट मिला है, जबकि स्पिनर्स को एक विकेट के लिए 44.45 रन खर्च करने पड़े हैं.मौसम की बात करें तो चौथे और पांचवें दिन बर्मिंघम में बारिश का अनुमान है.
गिल ने की डॉन ब्रैडमैन की बराबरी, सारी रिकॉर्डबुक हुईं ध्वस्त
गिल ने बुधवार (2 जुलाई) को एजबेस्टन टेस्ट में इतिहास रच दिया. वो इंग्लैंड में किसी टेस्ट सीरीज के पहले और दूसरे मैच में शतक लगाने वाले नौवें विदेशी कप्तान बने हैं. वहीं ऐसा करने वाले वह सिर्फ दूसरे भारतीय कप्तान हैं. इस खास क्लब में डॉन ब्रैडमैन, गारफील्ड सोबर्स और ग्रीम स्मिथ जैसे दिग्गज भी शामिल हैं.
वहीं गिल ने कप्तान के रूप में अपने पहले दो टेस्ट मैचों में शतक लगाकर एक और खास रिकॉर्ड बनाया है. ऐसा करने वाले वो सिर्फ चौथे भारतीय कप्तान हैं. इस लिस्ट में शामिल हैं. विराट कोहली (जिन्होंने कप्तान के रूप में पहले तीन टेस्ट में शतक लगाए थे). विजय हजारे, सुनील गावस्कर, शुभमन गिल अन्य हैं. ऐसे में गिल अगर एक और शतक जड़ते हैं तो वो कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी कर सकते हैं.
इंग्लैंड में पहले दो टेस्ट में शतक लगाने वाले मेहमान कप्तानों की सूची में डॉन ब्रैडमैन (1938), गैरी सोबर्स (1966), मोहम्मद अजहरुद्दीन (1990) और अब गिल (2025) शामिल हो गए हैं.
25 साल के शुभमन गिल ने टेस्ट में पहली बार कप्तानी करते हुए कमाल कर दिया है. हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में 147 रन बनाने के बाद, उन्होंने दूसरे टेस्ट (एजबेस्टन) के पहले दिन नाबाद 114 रन बनाए. उनकी पारी ने भारत को 310/5 तक पहुंचाया, जब टीम इंडिया संकट में फंसी हुई थी.
गिल अब सिर्फ चौथे भारतीय कप्तान बने, जिन्होंने कप्तानी के पहले दो टेस्ट में शतक लगाया हो. इससे पहले ये कारनामा विराट कोहली, विजय हजारे और सुनील गावस्कर ने किया था. इसके इतर गिल एजबेस्टन में शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बने (पहले विराट कोहली) और तीसरे भारतीय कप्तान, जिन्होंने वहां 50+ स्कोर किया (धोनी और कोहली के साथ).
गिल ने अपने शानदार प्रदर्शन में एक और रिकॉर्ड जोड़ दिया. वो इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो टेस्ट में शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय कप्तान बन गए हैं. उनसे पहले ये कारनामा विजय हजारे (1951–52) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (1990) ने किया था. विजय हजारे ने 1951-52 में दिल्ली और ब्रेबोर्न में शतक लगाया था और अजहरुद्दीन ने 1990 में लॉर्ड्स और ओल्ड ट्रैफर्ड में शतक लगाए थे.
गिल के इंग्लैंड के खिलाफ 3 टेस्ट में 3 शतक
शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ लगातार तीन टेस्ट में शतक लगाकर एक खास क्लब में जगह बना ली है. ऐसा करने वाले बहुत ही कम भारतीय बल्लेबाज हैं. अब गिल का नाम मोहम्मद अजहरुद्दीन (1984–85), दिलीप वेंगसरकर (1985–86) और राहुल द्रविड़ (2002 और 2008–2011, दो बार) जैसे दिग्गजों के साथ जुड़ गया है.
IND vs ENG में लगातार तीन टेस्ट में शतक लगाने वाले भारतीय
मोहम्मद अजहरुद्दीन (1984–85)
दिलीप वेंगसरकर (1985–86)
राहुल द्रविड़ (2002)
राहुल द्रविड़ (2008–2011)
शुभमन गिल (2024–2025)
पहले दिन भारतीय युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने इतिहास रच दिया है। यशस्वी ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 107 गेंद में 87 रन की पारी खेली। इसी के साथ युवा बल्लेबाज ने 51 साल पुराना एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
यशस्वी ने टेस्ट क्रिकेट में भारतीय ओपनर के रूप में एजबेस्टन में सबसे बड़ा स्कोर बनाया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड सुधीर नाइक के नाम था, जिन्होंने जुलाई 1974 में इंग्लैंड के कप्तान माइक डेनेस की अगुवाई वाली टीम के खिलाफ एजबेस्टन में 165 गेंदों में 77 रन बनाए थे। नाइक की यह पारी उस समय भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ मानी गई थी, और यह रिकॉर्ड पिछले पांच दशकों से अटूट था।
बर्मिंघम टेस्ट में भारतीय ओपनर्स द्वारा बनाए गए शीर्ष स्कोर:
यशस्वी जायसवाल – 87 रन (2025)
सुधीर नाइक – 77 रन (1974)
सुनील गावस्कर – 68 रन (1979)
चेतेश्वर पुजारा – 66 रन (2022)
सुनील गावस्कर – 61 रन (1979)
एजबेस्टन टेस्ट के पहले दिन का हाल
एजबेस्टन टेस्ट की बात करें तो यशस्वी की शानदार पारी के बाद भारत ने कप्तान शुभमन गिल के शतक की मदद से पहले दिन का खेल खत्म होने तक 85 ओवर में पांच विकेट पर 310 रन का सम्मानजनक स्कोर बना लिया है। गिल 216 गेंदों पर नाबाद 114 रन की पारी खेलकर क्रीज़ पर टिके हुए हैं। उनका साथ ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा दे रहे हैं, जडेजा ने नाबाद 41 रन बनाए हैं।
एजबेस्टन में भारत-इंग्लैंड के बीच सभी टेस्ट मैचों के नतीजे
13-15 जुलाई 1967: टीम इंडिया को 132 रनों से हार मिली
4-8 जुलाई 1974: भारतीय टीम पारी और 78 रनों से हारी
12-16 जुलाई 1979: टीम इंडिया की पारी और 83 रनों से हार
3-8 जुलाई 1986: ड्रॉ
6-9 जून 1996: भारतीय टीम को 8 विकेट से हार मिली
10-13 अगस्त 2011: टीम इंडिया पारी और 242 रनों से हारी
1-4 अगस्त 2018: भारतीय टीम को 31 रनों से हार मिली
1-5 जुलाई 2022: टीम इंडिया 7 विकेट से हारी
एजबेस्टन में भारत vs इंग्लैंड (H2H)
कुल टेस्ट मैच: 8
इंग्लैंड ने जीते: 7
भारत ने जीते: 0
ड्रॉ: 1
आखिरी नतीजा: 2022 में इंग्लैंड ने भारत को 7 विकेट से हराया
एजबेस्टन में इंग्लैंड का रिकॉर्ड
कुल टेस्ट मैच: 56
मैच जीते: 30
मैच हारे: 15
ड्रॉ: 11
एजबेस्टन में टेस्ट मैचों का हाल
अब तक कुल टेस्ट मैच: 56
पहली पारी में बैटिंग करने वाली टीम जीती: 29 बार
पहली पारी में गेंदबाजी करने वाली टीम जीती: 12 बार
ड्रॉ हुए मैच: 15
यहां के कुछ खास रिकॉर्ड:
सबसे बड़ा स्कोर: इंग्लैंड – 710/7 डिक्लेयर (भारत के खिलाफ, 2011)
सबसे कम स्कोर: पाकिस्तान – 72 रन (इंग्लैंड के खिलाफ, 2010)
सबसे बड़ा सफल रनचेज: इंग्लैंड – 378/3 (भारत के खिलाफ, 2022)
टॉस का फैक्टर
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी: 40 बार (13 जीते, 11 ड्रॉ, 16 हारे)
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी: 16 बार (7 जीते, 4 ड्रॉ, 5 हारे)
एजबेस्टन में पिच रिपोर्ट
पिछले 10 टेस्ट मैचों में यहां पहली पारी का औसत स्कोर 334 रन रहा है. पिछली बार जब भारत यहां खेला था (2022 में), तब इंग्लैंड ने 378 रन का बड़ा लक्ष्य आसानी से चेज कर लिया था. पिछले चार टेस्ट मैचों में लगातार दूसरी पारी में बैटिंग करने वाली टीम ने ही जीत हासिल की है. यानी यहां चेज करना आसान लग रहा है और पिच बैटिंग के लिए अच्छी मानी जा रही है.
तेज गेंदबाजों का दबदबा: साल 2000 के बाद से यहां तेज गेंदबाजों ने 490 विकेट लिए हैं, इस दौरान उनका औसत 31 रन रहा है. वहीं स्पिनर्स ने भी यहां 153 विकेट लिए हैं और उनका औसत 34 रन प्रति विकेट रहा है.
इंग्लैंड भारत का टीम संयोजन: इंग्लैंड सिर्फ एक स्पिनर शोएब बशीर के साथ उतरा है. भारत अपने स्पिन अटैक को मजबूत करने के लिए कुलदीप यादव को शामिल कर सकता है.
बर्मिंघम से जुड़े खास आंकड़े…
-इंग्लैंड ने टेस्ट में जितने भी 250+ रन के लक्ष्य सफलतापूर्वक चेज किए हैं, उनमें से 17 में से 6 "बैजबॉल" दौर में हुए हैं.
-जो रूट को भारत के खिलाफ टेस्ट में 3000 रन पूरे करने के लिए सिर्फ 73 रन चाहिए.
– 2024-25 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज से अब तक जसप्रीत बुमराह ने 16.75 की शानदार औसत से 29 विकेट लिए हैं. बाकी भारतीय गेंदबाजों ने मिलकर 46 विकेट लिए हैं, लेकिन उनका औसत 47.22 रहा है.
– कुलदीप यादव टेस्ट क्रिकेट में 50+ विकेट लेने वाले स्पिनर्स में सबसे बेस्ट स्ट्राइक रेट (37.3) रखने वाले गेंदबाज हैं.
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