हिमाचल में फटे बादल से तबाही, 8 गाड़ियां बही, सैंज-कसोल नाला उफान पर, समदो-काजा सड़क पर पत्थर गिरे

शिमला / कुल्लू 

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की सैंज घाटी में बादल फटने के बाद अचानक आए सैलाब का खौफनाक मंजर सामने आया है। बादल फटने के बाद इलाके के जीवा नाले में ऐसा सैलाब आया जिससे लोग दहशत में आ गए। आसपास के क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट करने के लिए सायरन बजने लगे। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी से ज्यादा भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की मानें तो कल गुरुवार को भी कुछ जिलों में मौसम खराब रहेगा।

कुल्लू में बाद फटने की घटना सामने आई है। बादल फटने से फ्लैश फ्लड आ गया। यह वाकया मौके पर मौजूद कुछ युवकों में मोबाइल में भी कैद किया है। बादल फटने की घटना सैंज घाटी में पहाड़ों के बीच हुई। इसके बाद सैलाब में पेड़ भी बहते हुए दिखाई दिए। हिमाचल प्रदेश में इससे पहले भी कई बार बादल फटने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के शिमला केंद्र ने 25 जून के पूर्वानुमान में ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, सिरमौर और मंडी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और कुल्लू, शिमला और सोलन जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की है। आईएमडी ने इन क्षेत्रों को ऑरेंज अलर्ट में रखा है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बादल फटने से सैंज घाटी के जीवा नाले में आए सैलाब में पांच गाड़ियां बह गईं। कई स्थानों पर मकानों और सड़क किनारे के ढांचों को नुकसान पहुंचा है। सैंज बाजार के आसपास के क्षेत्र भी खतरे की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ के तेज बहाव में सड़क का बड़ा हिस्सा और एक हाइड्रो प्रोजेक्ट का शेड पूरी तरह बह गया। प्रशासन की टीमें सक्रिय हो गई हैं। फिलहाल किसी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।

भारी बारिश के कारण पार्वती नदी उफान पर है। एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। तेज बारिश से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। कुल्लू जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग औट-लुहरी-सैंज मार्ग बंद हो गया है। मणिकर्ण घाटी, सैंज और बंजार में बाढ़ से कई घरों में पानी घुस गया है। 

बादल फटने से नुकसान की आंशका
हिमाचल प्रदेश की सैंज घाटी में बादल फटने की घटना में बड़े नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही है। जानकारी के अनुसार कुल्लू के सैंज घाटी में बादल फटने से सीयूंड में जीवा नाले में बाढ़ आ गई। भारी मलबा नदी में आने से नुकसान की आंशका है। फ्लैश फ्लड में पांच गाड़ियों के बहने की सूचना मिली है। प्रशासन की टीमें इस घटना के बाद सक्रिय हो गई हैं। जीवा नाले में बादल फटने के बाद जो रौद्र रूप इस नाले ने दिखाया है वो इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है। NHPC का स्टोर रूम ये बताया जा रहा है जिसमें सीधा पानी घुसा है। कुल्लू में यह घटना निरमंड के जगातखाना में पास हुई। बादल फटने के बाद आई बाढ़ से किनारे पर स्थित घरों को भी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन की तरफ से अभी कोई जनहानि का ब्योरा नहीं दिया गया है। पिछले साल अगस्त में बादल फटने पर तीन लोगों की मौत हो गई थी।

समदो-काजा सड़क पर गिरे पत्थर

लाहौल स्पीति में काजा समदो सड़क पर भी तेज बारिश के बाद हुर्लिंग और लरी के बीच में पहाड़ी से पत्थर गिरे और भारी लैंडस्लाइड हो गया। इससे एक गाड़ी और एक बाइक को नुकसान पहुंचा है। DSP काजा अजय कुमार ने पर्यटकों को सलाह दी है कि जिस भी होटल में ठहरे हैं, वहीं रुके। मौसम साफ होने तक इधर-उधर मूव न करें और सुरक्षित स्थान पर आश्रय लेने को कहा है।

कुल्लू में 2 मंत्री फंसे

कुल्लू के बंजार में हिमाचल के कृषि मंत्री चंद्र कुमार भी नाले में बाढ़ के बाद फंस गए। चंद्र कुमार किसान मेले में शामिल होने बंजार गए थे। वहीं ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क साईं रोपा में चल रहे विश्व धरोहर उत्सव के मुख्य अतिथि राजेश धर्माणी और कुल्लू के डीसी भी सड़क अवरुद्ध होने से फंस गए हैं।

5 जिलों में फ्लैश फ्लड का अलर्ट

मौसम विभाग ने दोपहर डेढ़ बजे पांच जिलें चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला के कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बनने की चेतावनी जारी की। इन जिलों के निचले इलाकों में जल भराव से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच शिमला में भी तेज बारिश शुरू हो गई है। कई क्षेत्रों में बीती रात से भारी बारिश हो रही है।

मारकंडा नदी का जल स्तर बढ़ा

सिरमौर जिला के काला अंब में रात में तेज बारिश के बाद मारकंडा नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। शिमला में भी सुबह पौने 10 बजे कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई। धुंध की वजह से शिमला में सुबह के वक्त विजिबिलिटी 25 मीटर तक कम हो गई।

मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के 7 जिलों में आज बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है, जबकि 3 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। वहीं टूरिस्ट और स्थानीय लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में भी न जाने को कहा गया है।

इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट

IMD ने बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना जिला में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में आज एक-दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। कुल्लू, मंडी और शिमला जिला में भी एक -दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।

टूरिस्ट और लोकल को एडवाइजरी

IMD ने टूरिस्ट समेत लोकल लोगों को नदी नालों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है। नदी नालों में तेज बारिश के बाद अचानक जल स्तर बढ़ सकता है। इसी तरह पहाड़ों पर लैंडस्लाइड भी तबाही का कारण बन सकता है।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन तक पहाड़ों पर बारिश जारी रहने के आसार है। मगर कल से वेस्टर्न डिस्टरबेंस थोड़ा कमजोर पड़ेगा।

लाहौल में टला बड़ा
हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। इससे काफी स्थानों पर फ्लैश फ्लड और नालों में अचानक तेज बहाव की घटनाएं सामने आ रही हैं। लाहौल में जहलामा नाला लाहुल में (घायल व्यक्ति को) बचाते हुए खुद भी बह गए, लेकिन भगवान का शुक्र है सुरक्षित बाहर निकल आए। तो वहीं एक अन्य घटना में मणिकर्ण घाटी के पार्वती नदी में NHPC डैम द्वारा छोड़े गए पानी से बलाधी गांव के लिए नदी पार करने के लिए बनी अस्थाई पुलिया बह गई। इसी पुलिस से स्थानीय लोग आवाजाही करते थे।

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