
रायपुर
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) 22 और 23 जून को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दौरे पर रहेंगे। यह दौरा प्रशासनिक, सुरक्षा और सामाजिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है।
शाह इस दौरान नवा रायपुर (Nava Raipur) में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) और राज्य की फॉरेंसिक लैब की आधारशिला रखेंगे। साथ ही वे नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ (Abujhmad) क्षेत्र का दौरा कर ग्रामीणों और सुरक्षाबलों से संवाद करेंगे।
रायपुर में सुरक्षा और विज्ञान से जुड़े अहम कार्यक्रम
22 जून को दोपहर 2 बजे, शाह नवा रायपुर के सेक्टर-2 में एनएफएसयू (NFSU Raipur Campus) और सेन्ट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (CFSL) के रायपुर परिसर की आधारशिला रखेंगे और अस्थायी परिसर का ई-उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद वे 3:45 बजे होटल मेफेयर, नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के डीजीपी/एडीजीपी के साथ सुरक्षा संबंधित बैठक लेंगे।
शाम 6:15 बजे, वामपंथी उग्रवाद (Left Wing Extremism) पर समीक्षा बैठक की जाएगी।
अबूझमाड़ में ग्रामीणों से और जवानों के साथ संवाद
दौरे के दूसरे दिन 23 जून को शाह नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में ग्रामीणों से दोपहर 12 बजे संवाद करेंगे। इसके बाद वे 1:15 बजे बीएसएफ कैंप इरकभट्टी (BSF Camp Irkabhatthi) में सीमा सुरक्षा बल के जवानों के साथ बातचीत कर नक्सल विरोधी रणनीति (Anti-Naxal Strategy) पर चर्चा करेंगे।
बलिदानी अधिकारी के परिवार से भी करेंगे मुलाकात
अमित शाह, सुकमा जिले में 9 जून को हुए आईईडी ब्लास्ट (IED Blast) में शहीद हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरपुंजे (Addl. SP Akash Rao Girpunje) के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे। यह मानवीय पहल, सुरक्षाबलों के मनोबल को बढ़ाने का कार्य करेगी।
एनएफएसयू को मिली 40 एकड़ जमीन
राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा (Vijay Sharma) ने बताया कि नवा रायपुर में एनएफएसयू के लिए 40 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। यह परियोजना 400 करोड़ रुपये की लागत से केंद्र सरकार द्वारा निर्मित की जाएगी। वहीं, राज्य फॉरेंसिक लैब एनएफएसयू परिसर के समीप 6 से 7 एकड़ में स्थापित होगी।
दौरे से नक्सल नीति और इन्फ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा
अमित शाह का यह दौरा सिर्फ सुरक्षा समीक्षा (Security Review) नहीं बल्कि राज्य के वैज्ञानिक और प्रशासनिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अबूझमाड़ जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर स्थानीय नागरिकों से संवाद और जवानों से बातचीत, केंद्र की जमीनी रणनीति को दर्शाता है।
ऐसा हो सकता है शेड्यूल
22 जून करीब 2 बजे अमित शाह रायपुर आएंगे। अमित शाह नवा रायपुर के सेक्टर-2 पहुंचेेंगे। सेक्टर-2 में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) के रायपुर कैम्पस का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के DGP/ADGP के साथ नवा रायपुर के ही एक रिजॉर्ट में बैठक होगी।
इस बैठक के बाद नक्सल ऑपरेशन की समीक्षा बैठक होगी। शाह रायपुर में ही रात बिताएंगे। 23 जून अगले दिन 23 जून को अमित शाह अबूझमाड़ क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ मुलाकात करेंगे। इसके बाद BSF के जवानों के साथ उनकी मीटिंग होगी। वे जवानों के साथ ही लंच करेंगे और नक्सल ऑपरेशन को लेकर चर्चा करेंगे।
क्या है NFSU?
जिस यूनिवर्सिटी कैम्पस की शुरुआत शाह कर रहे हैं, इसे भारत सरकार गुजरात में चलाती है। ये एक विश्वविद्यालय है जो फोरेंसिक विज्ञान, खोजी विज्ञान और अपराध विज्ञान में विशेषज्ञता (एक्सपर्ट) का कोर्स करवाता है। नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) की स्थापना 2009 में हुई थी।
यहां से पढ़कर स्टूडेंट फोरेंसिक वैज्ञानिक, फोरेंसिक विश्लेषक, फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक बनकर अपना करियर संवार पाएंगे। अमित शाह रायपुर में सेंट्रल फोरेंसिक लैब का भी भूमिपूजन करेंगे। ये छत्तीसगढ़ की अपने सबसे हाईटेक फोरेंसिक लैब होगी।
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