
ग्वालियर
राजधानी से चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन एक बार फिर खतरे में है। रविवार रात ग्वालियर स्टेशन से रवाना होते ही कुछ लोगों ने ट्रेन पर पत्थर फेंके। इससे C-5 कोच की खिड़की का कांच टूट गया। यह घटना बिरला नगर और रायरू स्टेशन के बीच हुई। इस घटना से यात्रियों में डर का माहौल है। 10 दिन पहले भी इसी ट्रेन पर दतिया के पास पथराव हुआ था। रेलवे प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और सुरक्षा बढ़ाने की बात कह रहा है।
ट्रेन पर की पत्थरबाजी
रविवार की रात ग्वालियर स्टेशन से शताब्दी एक्सप्रेस रवाना हुई। तभी कुछ अज्ञात लोगों ने ट्रेन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पत्थरों से C-5 कोच की खिड़की का कांच टूट गया। कांच टूटने की आवाज बहुत तेज थी। यह घटना बिरला नगर और रायरू स्टेशन के बीच हुई।
खिड़की से टकराया पत्थर
ग्वालियर के गोविंदपुरी में रहने वाली सीमा श्रीवास्तव अपनी बेटी रेलिश्या के साथ दिल्ली जा रही थीं। वे C-5 कोच में बैठी थीं। सीमा ने बताया कि जैसे ही ट्रेन बिरला नगर से आगे बढ़ी, एक पत्थर खिड़की से टकराया। तेज धमाके के साथ कांच टूट गया। सीमा ने कहा कि उस समय रेलिश्या अपनी सीट पर नहीं थी। वह गैलरी में खड़ी थी। इसलिए उसे चोट नहीं लगी।
पहले भी हुए हमले
यह पहली बार नहीं है, जब शताब्दी एक्सप्रेस पर हमला हुआ है। 10 दिन पहले, 12 जून को भी इस ट्रेन पर दतिया के पास सोनागिर में पथराव हुआ था। उस घटना में एसी कोच की दो खिड़कियां टूट गई थीं। पुलिस ने उस मामले में एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को पकड़ा था।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वे यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। वे रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा रहे हैं और ट्रेनों में अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड तैनात कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। रेलवे प्रशासन का कहना है कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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