
भोपाल
मध्यप्रदेश ने साल 2024 में पर्यटन के मामले में नया कीर्तिमान बनाया है. इस साल करीब 13.41 करोड़ लोग प्रदेश घूमने आए, जो कि 2023 के मुकाबले 20% ज्यादा हैं. इसमें उज्जैन, खजुराहो, ग्वालियर जैसे बड़े नाम शामिल हैं. उज्जैन में महाकाल दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. महाकाल लोक जैसी नई परियोजनाओं ने भी लोगों को खूब आकर्षित किया. अकेले उज्जैन में ही इस साल 7.32 करोड़ लोग पहुंचे, जो पिछले साल से 39% ज्यादा है.
खजुराहो की बात करें, तो यह विदेशी सैलानियों की पहली पसंद बनकर उभरा है. यहां की प्राचीन मूर्तिकला और विश्व धरोहर में शामिल मंदिरों ने देश-विदेश के लोगों को खींचा है. साल 2024 में यहां 33,131 विदेशी पर्यटक पहुंचे, जो ग्वालियर और ओरछा जैसे स्थलों से ज्यादा है. इससे साफ है कि मध्यप्रदेश अब सिर्फ देशी नहीं, विदेशी पर्यटकों के लिए भी खास बनता जा रहा है.
जानें कहां कितने पहुंचे पर्यटक
1. धार्मिक पर्यटन में जबरदस्त उछाल
2024 में मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थलों ने देशभर से 10.7 करोड़ पर्यटकों को अपनी ओर खींचा. यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 21.9% ज्यादा है, जो बताता है कि आस्था से जुड़ा पर्यटन अब प्रदेश की बड़ी ताकत बन गया है.
2. उज्जैन बना सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र
महाकाल लोक के उद्घाटन और महाकाल मंदिर के महत्व के चलते उज्जैन इस साल का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र बनकर उभरा. श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त उछाल देखने को मिला, जिससे स्थानीय व्यापार और होटल उद्योग को भी फायदा हुआ.
3. चित्रकूट, मैहर की बढ़ती लोकप्रियता
चित्रकूट, मैहर और ओंकारेश्वर जैसे धार्मिक स्थल भी इस साल पर्यटकों की पसंदीदा लिस्ट में शामिल रहे. आस्था, पौराणिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता के मेल ने इन स्थानों को खास बना दिया.
4. सांस्कृतिक विरासतों की ओर रुझान
मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों जैसे खजुराहो, ग्वालियर और भोजपुर ने 2024 में करीब 80 लाख पर्यटकों को आकर्षित किया. ये स्थल इतिहास, स्थापत्य कला और विरासत को महसूस करने का एक बेहतरीन जरिया बने.
5. ग्वालियर में तीन गुना पर्यटक वृद्धि
ग्वालियर ने इस साल पर्यटन में नया मुकाम हासिल किया. ग्वालियर किले, महलों और संगीत से जुड़ी विरासत ने लोगों का ध्यान खींचा और यहां 9 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे, जो पिछले साल से तीन गुना ज्यादा है.
6. वन्यजीव प्रेमियों की पहली पसंद
मध्यप्रदेश को टाइगर, चीता और घड़ियाल स्टेट कहा जाता है और 2024 में यह बात सच भी साबित हुई. 12 नेशनल पार्क, 25 अभयारण्य और 9 टाइगर रिजर्व ने पर्यावरण प्रेमियों को खूब लुभाया.
7. कुनो में चीतों की वापसी आकर्षण
कुनो पालपुर नेशनल पार्क में अफ्रीकी चीतों की वापसी ने न केवल देश बल्कि दुनिया का ध्यान खींचा. यह प्रोजेक्ट मध्यप्रदेश को इंटरनेशनल वाइल्डलाइफ टूरिज्म मैप पर लाने में सफल रहा.
8. कान्हा जंगल सफारी का रोमांच
कान्हा और बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटकों की भारी भीड़ रही. लोग बाघों को करीब से देखने, जंगल सफारी और प्रकृति के बीच सुकून पाने के लिए यहां पहुंचे.
9. पचमढ़ी की वादियों का जादू
पचमढ़ी में इस साल 2.87 लाख पर्यटक पहुंचे. हरी-भरी पहाड़ियां, ट्रैकिंग ट्रेल्स, झरने और गुफाएं इस जगह को मध्यप्रदेश का मिनी हिल स्टेशन बनाते हैं.
10. शहरी पर्यटन में भी दिखा उत्साह
भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में भी पर्यटन ने गति पकड़ी. खासकर इंदौर में, जो स्वच्छता और खानपान के लिए प्रसिद्ध है, वहां 1.02 करोड़ पर्यटक पहुंचे.
11. फिल्मी दुनिया की पसंद बनीं चंदेरी
चंदेरी और महेश्वर जैसे ऐतिहासिक कस्बों में फिल्म शूटिंग का ट्रेंड बढ़ा है. यहां ‘स्त्री 2’ जैसी फिल्मों की शूटिंग हुई, जिससे इन जगहों का फिल्म टूरिज्म भी तेजी से बढ़ रहा है.
प्रमुख पर्यटन सचिव क्या बोले
प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने कहा, 'पर्यटन की दृष्टि से मध्यप्रदेश भारत का एक समृद्ध और विविधतापूर्ण राज्य है। प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक संपदा, ऐतिहासिक धरोहरें और वन्यजीव विविधता, पर्यटकों को एक संपूर्ण अनुभव प्रदान करती हैं। यही वजह है कि साल 2024 में पर्यटकों की संख्या ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।'
उज्जैन पहुंचे सबसे ज्यादा पर्यटक
साल 2024 में उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर के साथ महाकाल लोक में भी पर्यटकों की संख्या सबसे ज्यादा रही है। वर्ष 2024 में 1.67 लाख विदेशी पर्यटकों ने भी मध्यप्रदेश की सैर की। खजुराहो में सबसे ज्यादा 33 हजार 131 विदेशी पहुंचे। वहीं, ग्वालियर में 10 हजार 823 और ओरछा में 13 हजार 960 विदेशी पर्यटक पहुंचे। शहरी पर्यटन में भी विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई। जिसमें इंदौर में 9964 और भोपाल में 1,522 विदेशी पर्यटक शामिल हैं।
वन्य क्षेत्रों में हुआ भ्रमण
बाधवगढ़ में 29 हजार 192, कान्हा में 19 हजार 148, पन्ना में 12 हजार 762 और पेंच में 11 हजार 272 विदेशी पर्यटक आए। छतरपुर जिले के खजुराहो में सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक पहुंचे हैं। देश की आस्था का नया केंद्र प्रदेश के धार्मिक स्थलों ने 2024 में 10.7 करोड़ पर्यटकों को आकर्षित किया, जो वर्ष 2023 की तुलना में 21.9% अधिक है।
धार्मिक स्थलों पर आए ज्यादा पर्यटक
प्रदेश के शीर्ष 10 पर्यटन स्थलों में से 6 धार्मिक स्थल शामिल हैं। उज्जैन 7.32 करोड़ पर्यटकों के साथ इस सूची में सबसे आगे रहा, जो वर्ष 2023 के 5.28 करोड़ की तुलना में 39% अधिक है। चित्रकूट में भी 1 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जो वर्ष 2023 के 90 लाख की तुलना में 33% अधिक है। मैहर में 1.33 करोड़, अमरकंटक में 40 लाख, सलकनपुर में 26 लाख और ओंकारेश्वर में 24 लाख पर्यटक पहुंचे। महाकाल लोक, ओंकारेश्वर महालोक, श्रीराम वनगमन पथ, देवी लोक, राजा राम लोक, हनुमान जैसी परियोजनाओं ने धार्मिक पर्यटन को आध्यात्मिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है।
इन शहरों में भी बढ़ रहा टूरिज्म
ग्वालियर में पर्यटकों की संख्या में 3 गुना वृद्धि देखी गई। जहां 9 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे, जो 2023 के 3.69 लाख से कई गुना अधिक है। खजुराहो में 4.89 लाख, भोजपुर में 35.91 लाख और महेश्वर में 13.53 लाख पर्यटक पहुंचे। यूनेस्को ने हाल ही में भोजपुर को अपनी टेंटेटिव सूची में शामिल किया है और ग्वालियर को 'क्रिएटिव सिटी ऑफ म्यूजिक' के रूप में मान्यता दी है। प्रदेश में अब 3 स्थायी और 15 टेंटेटिव सूची में कुल 18 यूनेस्को धरोहरें हैं। स्थायी सूची में खजुराहो के मंदिर समूह, भीमबेटका की गुफाएं और सांची स्तूप शामिल हैं।
टेंटेटिव लिस्ट में ये स्मारक
सम्राट अशोक के शिलालेख, चौसठ योगिनी मंदिर, गुप्त कालीन मंदिर, बुंदेला शासकों के महल और किले, ग्वालियर किला, बुरहानपुर का खूनी भंडारा, चंबल घाटी के शैल कला स्थल, भोजपुर का भोजेश्वर महादेव मंदिर, मंडला स्थित राम नगर के गोंड स्मारक, धमनार का ऐतिहासिक समूह, मांडू के स्मारकों का समूह, ओरछा का ऐतिहासिक समूह, नर्मदा घाटी में भेड़ाघाट-लमेटाघाट, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और चंदेरी टेंटेटिव लिस्ट में हैं।
क्यों देखना चाहिए मध्य प्रदेश
ग्रीन, क्लीन और सेफ मध्यप्रदेश को टाइगर, लेपर्ड, घड़ियाल, चीता, वल्चर स्टेट के रूप में जाना जाता है। प्रदेश में 12 राष्ट्रीय उद्यान, 25 वन्यजीव अभयारण्य और 9 टाइगर रिजर्व हैं। कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में अफ्रीकी चीतों की पुनर्स्थापना परियोजना ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। मध्यप्रदेश में टाइगर को देखने के लिए भी बड़ी संख्या में पर्यटक नेशनल पार्कों में पहुंचे।
प्राकृतिक स्थलों पर पहुंचे इतने पर्यटक
पचमढ़ी, अमरकंटक, भेड़ाघाट, हनुवंतिया, गांधीसागर, तामिया, सैलानी आइलैंड और सरसी आइलैंड जैसे स्थल प्राकृतिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र हैं। 2024 में पचमढ़ी में 2.87 लाख पर्यटक आए। भेड़ाघाट में 2.34 लाख पर्यटक पहुंचे। यहां रिसॉर्ट्स, एडवेंचर, स्पोर्ट्स, ट्रेकिंग ट्रेल्स और कैंपिंग सुविधाओं ने पर्यटकों को नया अनुभव दिया। गांधीसागर डैम, सैलानी आइलैंड, तामिया की पातालकोट घाटी और सरसी आइलैंड में प्राकृतिक सौंदर्य ने पर्यटकों को प्रकृति के और करीब लाया।
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